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दिल घबराता है 😦

 26/June/2025 Around 9:30 PM विषय = दिल घबराता है 🥺 ज्यादा कुछ नहीं बस काफी दिन, दिन क्या महीने हो गए हैं कुछ नहीं लिखा तो सोचा कि क्यूँ ना आज कुछ लिखूँ जैसे कि मोहब्बत की कैद में आने से दिल घबराता है..!! . .   दिल घबराता है  . . . . . . ¹ हसीन-हसीन चेहरे देख मेरी जान कहाँ रहा जाता है हिम्मत नहीं बोलने की, मेरा दिल बहोत घबराता है । एक नज़र छुपकर देख लूँ तुझे  बिना देखे तुझे मुझसे कहाँ रहा जाता है ।। नजरे आपस में टकरा जाएँ तो  ब्लड प्रेशर सा बढ़ जाता है । मैं आँखों को समझा लूँ पर  दिल को कहाँ कुछ समझ आता है।। ² ये प्यार, ये इश्क, ये मोहब्बत  ये मेरे बस की बात नहीं । टूट ना जाये दिल फिर एक बार कहीं  तेरी बातों का मुझपे अब असर हो जाता है बस कर अब चुप होजा ये दिल बहोत घबराता है।। छोड़ ना मेरी कमजोरी क्यूँ बर्बाद खुदको करती है अलविदा कहकर मुझको तू आज़ाद कर खुदको  क्यूँ इस कमजोर दिल वाले इंसान पर मरती है। तुझसे भी मेरी जान अब कहाँ रहा जाता है  तेरे बारे में सोच-सोच मेरा दिल बहोत घबराता है ।। ³ तेरे साथ बिताया हर पल मेरे दिल में जैसे नश्त...